नया NB.1.8.1 वैरिएंट: क्या यह नया कोरोना वायरस का रूप खतरनाक है? क्या है विशेषज्ञों की राय

 भारत में कोविड-19 का नये सबवेरिएंट की पुष्टि: आपको यह जानना चाहिए एक्सपर्ट का कहना है कि यह जल्दी फैलने वाला है, लेकिन इसके लक्षण अभी भी हल्के हैं।

अलग-अलग राज्यों में कोविड-19 के मामलों में उछाल दर्ज किए गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में NB.1.8.1 नाम का एक नया सबवेरिएंट का एक नमूना पाया गया है। उसको अप्रैल महीने में इकठ्ठा किया गया था। इस नमूने को तमिलनाडु से भारत के कोविड-19 जीनोम संघ INSACOG को सौंप दिया है।

पिछले कुछ हफ़्तों में भारत के कुछ राज्यों में Indax किया गया पाए गए नमुनों में Sar-CoV-2 के ज़्यादातर BA.2 और JN.1 वेरिएंट थे। हाल की मीडिया रिपोर्टों ने सिंगापुर और हांगकांग में कोविड-19 के मामलों की बढ़ोतरी को रिपोर्ट किया है। उन उनमें से ज्यादातर तर मामले सामान्य हैं। असामान्य या अचानक, गंभीरता मृत्यु दर से जुड़े नहीं हैं।

NB.1.8.1 क्या है?

इस वायरस को विश्व के स्वास्थ्य संगठन के तकनीकी सलाहकार समूह ने Sars-CoV-2 वैरिएंट NB.1.8.1 को 'मॉनिटरिंग के तहत वैरिएंट' नामित किया है—एक ऐसा वैरिएंट जिसमें वायरस अलग-अलग महत्वपूर्ण परिवर्तन हैं, लेकिन वेरियेंट का महामारी संबंधी असर बहुत कम है।

यह वैरिएंट एक फिर से पुराने संयोजक XDV.1.5.1 से मिला हुआ है, जिसके शुरुआती नमूने 22 जनवरी, 2025 को दर्ज किए गए थे। नया वैरिएंट वर्तमान में LP 8.1 की तुलना में सम्प्लीमेंट प्रोटीन में छह बाहरी कारण और JN.1 की तुलना में आठ बाहरी कारण है। इनमें से कुछ बाहरी कारण मानव विशेष प्रोटीन के लिए बढ़ी हुई अपनेपन से जुड़ा हुआ हैं। इस से फेलावे को बढ़ा सकता हैं, और न्यूट्रलाइजेशन में कमी, रोगप्रति कारक शक्ति को यह पहचानने नहीं देता।

18 मई तक, 22 देशों के अंदर वैश्विक कोविड-19 जीनोम एक के बाद एक डेटाबेस में 518 NB.1.8.1 व्यवस्था पूर्वक सामने रखा गया था, जो वैश्विक रूप से उपलब्ध क्रम का 10.7 प्रतिशत प्रतिनिधित्व करते हैं। क्या हमें चिंता करने की ज़रूरत है? "यह वैरिएंट भी ओमिक्रॉन जैसा ही एक वैरिएंट है, यह वैसे तो जानलेवा नहीं है। 


अभी तक ऐसा कोई संकेत नहीं है कि NB.1.8.1 पिछले मामलों से ज्यादा गंभीर बीमारी का कारण नहीं बना है। लेकिन यह वायरस इंसान की कोशिकाओं से जल्दी जुड़ता है। चीन के शुरुआती शोध में पता चला था कि यह वायरस मानव कोशिकाओं से काफी जल्दी असर करता है इसलिए जल्दी फैलता है। दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में संक्रामक रोग के एक्सपर्ट डॉ. जतिन आहूजा कहते हैं। इस नये वेरियंट का हमारे पास कोई नया टीका नहीं है, लेकिन वे कहते हैं कि जो लोग पहले ओमिक्रॉन की चपेट में आये हैं, उनको कुछ हद तक सुरक्षा दे सकती है। डॉ. आहूजा आगे कहते हैं, बॉडी में जो पिछले मेमोरी टी कोशिका है, उसे सक्रिय कर सकता है, जिससे वायरस को पहचान कर नए वायरस से बचाव हो सकता है और बीमारी की गंभीरता को काफी कम करेगा। "वायरस के लक्षण गले में खराश, खांसी और बुखार जैसे सामान्य हैं; ये सब लक्षण फ्लू जैसी बीमारियों की तरह हैं। आराम करें, खुद को दूसरों से अलग रखें, और एंटीवायरस दवा लें। जो लोग पहले ही दिल की बीमारियों और डायबिटीज वाले हैं, उन्हें मास्क लगाने और स्वच्छता पर सावधानी बरतनी चाहिए।

भारत कितना तैयार है?

स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (DGHS) ने बताया है कि भारत में वर्तमान स्थिति कोविड-19 नियंत्रण में है। अभी तक लगभग सभी मामले नॉर्मल ही रहे हैं, अस्पताल में भर्ती होने की नौबत नहीं आई। रोग देखभाल के लिए कार्यक्रम (IDSP) और ICMR के माध्यम से देश में कोविड-19 सहित सभी श्वसन वायरस बीमारियों की निगरानी के लिए एक मजबूत व्यवस्था भी मौजूद है।


बड़ी खबर

11वीं कक्षा JKBOSE का रिजल्ट 2025: जम्मू और कश्मीर बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (JKBOSE) मई महीने के आखिरी तारीखों 2025 की 11वीं वी कक्षा के परिणाम आने की उम्मीद है। छात्र रोल नंबर से Registration number डाल के jkresults.nic.in पर अपने मार्क्स देख सकते हैं। ऑनलाइन परिणाम के बाद अपने स्कूल सेंटर से छात्र मार्कशीट निकलवा सकते हैं। परिणाम के लिए छात्र आधिकारिक वेबसाइट चेक करते रहें।


Previous
Next Post »