Killer blades : 'ड्रैगन चाकू' से दिल्ली की सड़कों पर युवा अपराध की लहर को बढ़ावा दे रहे हैं।

" 'ड्रैगन चाकू' बना जानलेवा हथियार: कैसे बन रहा है खतरनाक ट्रेंड का हिस्सा"

 New delhi : 'ड्रैगन चाकू' से होने वाली हिंसा में काफी तेजी देखी जा रही है, जो बिल्कुल आसानी से मिल जाने वाला हथियार हैं और उस हथियार को युवा पसंद करते हैं। चाकू, जिसको कानून रखा जा सकता है लेकिन यह जान लेने के लिए काफी खतरनाक है, डकैती और झगड़े में बहुत ज्यादा इस्तेमाल होने लगा है। Arms Act के बढ़ते मामलों के बावजूद, कानून में खामियां होने के कारण इलजाम लगाने में काफी मुश्किलें हैं। अब पुलिस को इस तरह के अपराध रोकने के लिए दूसरे विकल्प तलाशने पड़ते हैं। 

        मई के शुरुआती दिनों में कुछ नाबालिगों ने एक व्यक्ति पर लूटपाट करने के दौरान ड्रैगन चाकू से है हत्या कर दी। इससे पहले भी कुछ नाबालिगों ने दो युवकों की इसी तरह हत्या कर दी थी। पिछले अक्टूबर में भी तीन युवकों ने मिलकर एक 18 साल के लड़के की इसी चाकू से हत्या कर दी थी।

         यह आगे से एकदम नोकीले और मार्केट में आसानी से मिल जाने वाले हैं। ड्रैगन चाकू पुलिस के लिए नया सिरदर्द बन चुका है। नक्काशी वाला डिजाइन और घुमावदार ब्लड वाला यह चाकू बटन वाले जो चाकू एकदम खतरनाक होते हैं, इस तरह का यह भी है। यह चाकू नए अपराधी और घमंडी लड़कों के बीच काफी लोकप्रिय है। 2025 के पुलिस डेटा के मुताबिक आर्म्स एक्ट के अंतर्गत आने वाले यह अपराध बढ़कर 1049 हो गए हैं, लेकिन यह पूरी कहानी नहीं है। जो डिजाइनर चाकू होते हैं, वह मशीन के ऊपर नहीं बनाए जाते, इसलिए आर्म्स एक्ट में शामिल नहीं हैं।

       एक पुलिस वाले ने बताया कि अगर कोई आदमी ड्रैगन चाकू के साथ देखा गया, ग्वालियर अधिनियम धारा 25 के अनुसार उस पर कोई भी कानूनी कार्यवाही नहीं की जाएगी जब तक कि वह उसका गलत उपयोग करते हुए पाया न जाए।

          इस्तेमाल के बाद भी यह तब कठिन हो जाता है कि जब यह कानून की परिभाषा को पूरा नहीं करता और यह कानून की बारीन्किया जांच करने वालों के लिए सर दर्द बन चुकी है इसको एक हिफाजत के लिए बनाया गया लेकिन यह एक हमला करने का हथियार बन चुका है 

पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह डराने धमकाने के लिए नहीं हथियार करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है इससे अपराध बढ़ाने का कारण यह भी है कि इसकी ब्लेड बहुत आसानी से मिल जाती है अपराध वाले इलाकों में इसका चलन आकर्षण की जगह बन चुकी है अधिका खरीद सकते हैं छोटी चुकीरी ने आगे बताएं कि इसको करोल बाग सरोजिनी नगर सीलमपुर सदर बाजार नबी करीम जैसे बाजारों में आसानी से खरीद सकते हैं छोटी झोपड़ियां और छोटी हार्डवेयर की दुकानों पर भी यहां आसानी से मिल जाता है एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसको गूगल पर खोजने से कई बेहतर विकल्प आसानी से मिल जाते हैं ऑनलाइन बेचने वाले तो और भी ज्यादा होशियार है वह जांच से बचने के लिए किचन में इस्तेमाल होने वाले चाकू वगैरा लिख देते हैं हालांकि इन चेकों को बेचने पर रोक लगाने के लिए एक ठोस योजना बनाई जा चुकी है



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